एक भूतनी Kahani

AK bhootni ki kahani

एक समय की बात है, एक छोटे से गांव में एक भूतनी रहती थी। वो लोगों को डराती नहीं थी, बल्कि उनके अतीत के दुख दूर करती थी।

भूतनी का नाम नैतिकता था। वह जब भी किसी के पास आती, तो उसके दिल में उसके अतीत के दुख खोल देती। लोगों की गलतियों का उन्हें अहसास होता और वे उन्हें सुधारने की दिशा में मार्गदर्शन करती।

एक बार गांव में एक युवक आया। उसका नाम विक्रम था। विक्रम ने अपने अतीत में कई गलतियाँ की थी और उसका दिल बहुत दुखी था। वह नैतिकता से मिला और उसकी सहायता मांगी।

नैतिकता ने विक्रम को उसके अतीत के दुख दिखाए और उसे यह सिखाया कि क्षमा और मुक्ति का महत्व क्या है। विक्रम ने अपनी गलतियों के लिए क्षमा मांगी और नैतिकता ने उसे मुक्ति की दिशा में मार्गदर्शन किया।

विक्रम ने अपने अतीत के दुखों से मुक्ति पाई और उसने अपने जीवन को सुधारा। नैतिकता ने उसके दिल को शुद्ध किया और उसे आत्म-समर्पण की दिशा में बढ़ने का मार्ग दिखाया।