राजू और उसके दोस्त । A Ghost Story

A Castle on the Hilltop

एक रात की बात है, एक छोटे से गाँव में, जहां के लोग रात को समय पर सोते थे और गाँव की सुकून भरी रातें बिताते थे। इस गाँव का एक घर था जो किसी से भी बड़ा और अकेला था। गाँववाले कहते थे कि वहां रात को अजीब-अजीब आवाजें आती थीं, लेकिन कोई नहीं जाता था उस घर में।

एक दिन एक युवक नामक राजू ने दोस्तों के साथ मिलकर तय किया कि रात को उस बड़े और अकेले घर में जाएंगे और देखेंगे कि क्या सच है। राजू की दोस्तों ने भी हां कह दी और वे तय कर लिए कि वे रात को वहां जाएंगे।

रात के समय, जब गाँववाले सो गए थे, राजू और उसके दोस्त चुपके-चुपके उस बड़े और अकेले घर की ओर बढ़े। घर की चारदीवार पर उन्होंने एक अजीब सी हवा को महसूस किया, लेकिन वे निर्भीक थे और अगे बढ़ते रहे।

जब वे घर के अंदर पहुंचे, तो वहां एक पुरानी सी तस्वीर दीवार पर लटकी हुई थी। उस तस्वीर में एक पुराने आदमी की मुस्कान दिख रही थी, लेकिन उसके आंखों में कुछ अजीब सा था। राजू ने अपने दोस्तों से कहा, “यहां कुछ अजीब है।”

तभी एक बेहद अजीब आवाज सुनाई दी, जैसे कोई हंस रहा हो। वे थम गए और सुनने लगे। आवाज बढ़ती जा रही थी, और वह बनती जा रही थी मुस्कान से जैसे कोई खेल खेल रहा हो।

तभी राजू ने एक छाया को देखा, जो तस्वीर की तरह हंस रहा था। वह बोला, “कौन हो तुम?” लेकिन कोई जवाब नहीं आया। वह छाया बढ़ती जा रही थी और राजू ने महसूस किया कि कुछ गलत है।

बिल्कुल अचानक, वह छाया बड़ी बन गई और उसका चेहरा भयंकर था। राजू और उसके दोस्त चिलाएं मारने लगे और घर से बाहर निकल आए। उन्होंने गाँववालों को सबकुछ बताया, लेकिन उनकी बातों पर कोई विश्वास नहीं किया गया।

इसके बाद से वह बड़ा और अकेला घर सभी के लिए भूतिया हो गया और कोई भी उसके पास रात में नहीं जाता था। राजू और उसके दोस्तों ने उस रात के घटना को कभी नहीं भूला और गाँववालों ने अब तक वहां नहीं जाने का निर्णय किया।