एक बार की बात है, एक छोटी सी परी थी जिसका नाम चंदा था। चंदा एक बहुत ही दयालु और मददगार परी थी। वह हमेशा दूसरों की मदद करने के लिए तैयार रहती थी।
एक दिन, चंदा एक जंगल में घूम रही थी जब उसने देखा कि एक छोटी सी चिड़िया एक पेड़ की ऊंची शाखा पर फंस गई है। चिड़िया बहुत डरी हुई थी और मदद के लिए चिल्ला रही थी।
चंदा चिड़िया के पास गई और उसे शाखा से नीचे उतरने में मदद की। चिड़िया बहुत खुश थी और चंदा को धन्यवाद देने लगी।
चंदा ने चिड़िया से पूछा कि वह कहाँ से आई है। चिड़िया ने बताया कि वह एक दूर के देश से आई है और अपने घर वापस जाना चाहती है।
चंदा चिड़िया को उसके घर वापस जाने में मदद करने के लिए सहमत हो गई। उसने अपने जादू का उपयोग करके चिड़िया को एक चमकदार पंख दिया। पंख चिड़िया को आसमान में उड़ने में मदद करेगा।
चंदा ने चिड़िया को पंख दिया और उसे घर जाने के लिए आशीर्वाद दिया। चिड़िया चंदा को धन्यवाद देने लगी और फिर वह अपने घर के लिए उड़ गई।
चंदा बहुत खुश थी कि उसने चिड़िया की मदद की थी। वह जानती थी कि चिड़िया अब अपने घर सुरक्षित रूप से वापस जा सकती है।
चंदा जंगल में घूमती रही और दूसरों की मदद करती रही। वह एक सच्चा जादूगरनी थी और उसने दुनिया को एक बेहतर जगह बना दिया।
शिक्षा: इस कहानी से हमें यह शिक्षा मिलती है कि हमें दूसरों की मदद करने के लिए हमेशा तैयार रहना चाहिए। भले ही वह छोटी सी मदद क्यों न हो, लेकिन वह उस व्यक्ति के लिए बहुत मायने रख सकती है।