एक बार की बात है, एक सुंदर परी थी जिसका नाम था तारा। वह एक जादुई पेड़ के नीचे रहती थी। वह एक दयालु और मददगार परी थी, और वह हमेशा दूसरों की मदद करने के लिए तैयार रहती थी।
एक दिन, तारा एक जंगल में घूम रही थी जब उसने एक राजकुमार को देखा। राजकुमार एक दुर्घटना में फंस गया था, और वह घायल हो गया था। तारा ने राजकुमार की मदद करने का फैसला किया।
तारा ने राजकुमार को अपने जादू का इस्तेमाल करके ठीक किया। राजकुमार बहुत खुश हुआ, और उसने तारा को धन्यवाद दिया।
राजकुमार और तारा एक-दूसरे से प्यार करने लगे। वे एक-दूसरे के साथ बहुत समय बिताते थे, और वे हमेशा एक-दूसरे का साथ देते थे।
एक दिन, राजकुमार के पिता ने राजकुमार से कहा कि उसे एक राजकुमारी से शादी करनी चाहिए। राजकुमार बहुत दुखी था, क्योंकि वह तारा से शादी करना चाहता था।
राजकुमार ने अपने पिता से कहा कि वह तारा से शादी करना चाहता है। राजकुमार के पिता ने पहले तो मना कर दिया, लेकिन अंत में उन्होंने राजकुमार की इच्छा मान ली।
राजकुमार और तारा की शादी बहुत धूमधाम से हुई। वे बहुत खुश थे, और उन्होंने एक साथ एक सुखी जीवन बिताया।
शिक्षा
इस कहानी से हमें यह शिक्षा मिलती है कि अच्छाई हमेशा जीतती है। तारा एक दयालु और मददगार परी थी, और उसने राजकुमार की मदद की। अंत में, राजकुमार और तारा को एक-दूसरे से प्यार करने की इजाजत मिली।