एक बार की बात है, एक छोटा सा गांव था। गांव के बाहर एक जंगल था, और जंगल के बीच में एक पुरानी हवेली थी। हवेली बहुत ही खंडहर हो चुकी थी, और कोई भी उसमें नहीं रहता था।
एक दिन, गांव के एक युवा लड़के, जिसका नाम राहुल था, उसे हवेली के बारे में पता चला। राहुल को हवेली में भूतों के होने की कहानियां सुनाई गई थीं। वह डरपोक था, लेकिन वह भूतों को देखने के लिए उत्साहित भी था।
राहुल ने अपने दोस्त, अमन, को हवेली में जाने के लिए कहा। अमन भी डरपोक था, लेकिन उसने राहुल का साथ देने का फैसला किया।
एक रात, राहुल और अमन हवेली में गए। वे हवेली के अंदर गए और अंधेरे में घूमने लगे। हवेली बहुत ही डरावनी थी। दीवारें टूटी हुई थीं, और फर्श पर धूल बिछी हुई थी।
राहुल और अमन को अचानक एक आवाज सुनाई दी। आवाज एक महिला की थी, और वह रो रही थी। राहुल और अमन डर गए, और वे भागने लगे।
वे हवेली से बाहर निकलने लगे, लेकिन अचानक उनके सामने एक भूत आ गया। भूत एक महिला थी, और वह बहुत ही डरावनी लग रही थी।
राहुल और अमन बहुत डर गए। वे भूत से छिपने की कोशिश करने लगे, लेकिन भूत उन्हें देख सकता था। भूत ने राहुल और अमन को पकड़ लिया और उन्हें हवेली में ले गया।
हवेली के अंदर, भूत ने राहुल और अमन को एक कमरे में बंद कर दिया। कमरा बहुत ही अंधेरा था, और वहां कोई खिड़की या दरवाजा नहीं था।
राहुल और अमन बहुत डर गए। वे रोने लगे। उन्हें लगा कि वे अब मर जाएंगे।
अचानक, एक चमत्कार हुआ। एक बूढ़ा आदमी कमरे में आया। बूढ़ा आदमी बहुत ही दयालु लग रहा था।
बूढ़े आदमी ने राहुल और अमन को कमरे से बाहर निकाला। उसने उन्हें बताया कि वह भूत था, लेकिन वह एक अच्छा भूत था। वह राहुल और अमन की मदद करने आया था।
बूढ़े आदमी ने राहुल और अमन को बताया कि वह हवेली का मालिक था। वह कई साल पहले मर गया था, लेकिन वह अभी भी हवेली में रहता था।
बूढ़े आदमी ने राहुल और अमन को बताया कि महिला भूत उसकी पत्नी थी। वह भी कई साल पहले मर गई थी। वह अपनी पत्नी को खोने के बाद बहुत दुखी था, और वह उसे भूलाने में असमर्थ था।
राहुल और अमन को बूढ़े आदमी की कहानी सुनकर बहुत दुख हुआ। उन्होंने बूढ़े आदमी से कहा कि वे उसकी पत्नी की आत्मा को शांति दिलाने में उसकी मदद करेंगे।
राहुल और अमन ने बूढ़े आदमी की पत्नी की आत्मा को शांति दिलाने के लिए एक अनुष्ठान किया। अनुष्ठान सफल रहा, और बूढ़े आदमी की पत्नी की आत्मा को शांति मिल गई।
बूढ़े आदमी ने राहुल और अमन को धन्यवाद दिया। उसने उन्हें कहा कि वह अब हवेली छोड़ देगा।
राहुल और अमन बूढ़े आदमी से विदा हुए। वे बहुत खुश थे कि उन्होंने बूढ़े आदमी की मदद कर सकी।
राहुल और अमन ने उस दिन के बाद से कभी भी हवेली में जाने की कोशिश नहीं की। वे जानते थे कि हवेली अब एक सुरक्षित जगह थी।
यह कहानी हमें सिखाती है कि सभी भूत खराब नहीं होते हैं। कुछ भूत अच्छे भी होते हैं। हमें भूतों से डरना नहीं चाहिए, बल्कि उनसे मदद मांगनी चाहिए।