एक बार की बात है, एक छोटा सा पक्षी था। उसका नाम चिड़िया था। चिड़िया बहुत ही सुंदर और चुस्त थी। वह अपने घर के आसपास के जंगल में उड़ना और खेलना बहुत पसंद करती थी।
एक दिन, चिड़िया ने एक सपना देखा। उसने सपने में देखा कि वह एक बहुत बड़े और खूबसूरत जंगल में उड़ रही है। उस जंगल में बहुत सारे रंग-बिरंगे फूल और पेड़ थे। चिड़िया को वह जंगल बहुत पसंद आया।
जब चिड़िया की नींद खुली, तो उसे अपने सपने की याद आई। उसे उस खूबसूरत जंगल में जाने की इच्छा हुई। उसने अपने माता-पिता से कहा, “मैं उस जंगल में जाना चाहती हूं।”
चिड़िया के माता-पिता ने उसे समझाया, “वह जंगल बहुत दूर है। वहां तक पहुंचने में तुम्हें बहुत मेहनत करनी पड़ेगी। तुम्हारे पंख अभी छोटे हैं और तुम इतनी लंबी यात्रा नहीं कर सकती।”
चिड़िया ने कहा, “मैं चाहती हूं कि मैं उस जंगल में जाऊं। मैं अपनी मेहनत से उस जंगल तक पहुंचूंगी।”
चिड़िया के माता-पिता ने उसे जाने दिया। चिड़िया ने अपनी तैयारी शुरू कर दी। उसने रोजाना सुबह-शाम उड़ने की प्रैक्टिस की। उसने अपने पंखों को मजबूत बनाने के लिए योग और व्यायाम भी किया।
कुछ महीनों की कड़ी मेहनत के बाद, चिड़िया तैयार हो गई। वह अपने घर से निकल पड़ी। वह दिन-रात उड़ती रही। वह थकती नहीं थी। उसे अपने सपने को पूरा करने की लगन थी।
कुछ दिनों बाद, चिड़िया उस खूबसूरत जंगल में पहुंच गई। वह बहुत खुश थी। उसने उस जंगल में बहुत सारे नए दोस्त बनाए। वह उस जंगल में बहुत खुशी से रहती थी।
चिड़िया ने अपने सपने को पूरा करने के लिए अपनी कमजोरियों को पार किया। उसने कभी हार नहीं मानी। उसने अपने लक्ष्य का पीछा किया।
नैतिकता:
- कभी हार मत मानो, अपने लक्ष्य का पीछा करो।
- मेहनत और लगन से सब कुछ हासिल किया जा सकता है।
- अपने सपनों को पूरा करने के लिए हमें कड़ी मेहनत करनी चाहिए।