A Hindi Short Story | गुलिया का गुलशन

A hindi short story गुलिया का गुलशन

गाँव के बाहरी छोर पर एक छोटा-सा घर था, जहाँ रानी अपनी दादी गुलिया के साथ रहती थी. रानी बड़ी जिज्ञासु थी, हर छोटी-बड़ी बात में सवाल करती. एक दिन उसने गुलिया दादी से पूछा, “दादी, तुम हर सुबह उठकर फूलों को क्यों सींचती हो? आखिर क्या फायदा?”

गुलिया दादी ने प्यार से रानी का सिर सहलाया और कहा, “बेटी, ये फूल सिर्फ देखने के लिए नहीं, बल्कि जिम्मेदारी सिखाने के लिए भी हैं. देखो, हर पौधे को समय पर पानी, धूप और हवा चाहिए. मैं उनकी देखभाल करती हूँ, तो वो मुझे खूबसूरत फूलों से खुश करते हैं. ये एक जिम्मेदारी का बंधन है, जो हमें खुशियां देता है.”

रानी के मन में जिज्ञासा और बढ़ गई. उसने पूछा, “दादी, क्या हमें सिर्फ पौधों की ही जिम्मेदारी लेनी चाहिए?”

गुलिया दादी ने मुस्कुराते हुए कहा, “नहीं बेटी! हमारी जिम्मेदारियां कई सारी हैं. अपने स्कूल के काम को समय पर करना, छोटे भाई-बहन की मदद करना, घर के काम में माँ का हाथ बंटाना, यहाँ तक कि अपनी चीजों का ख्याल रखना, ये सब हमारी जिम्मेदारियां हैं. जब हम इन्हें अच्छे से निभाते हैं, तो जीवन में सुंदर फूल खिलते हैं, सफलता, खुशी और प्यार मिलता है.”

रानी को समझ आ गया. उसने गुलिया दादी से हाथ मिलाया और कहा, “दादी, मैं आज से अपनी सारी जिम्मेदारियां अच्छे से निभाऊंगी. तुम देखना, मेरा गुलशन भी खिल जाएगा!”

दादी ने रानी को गले लगाया और कहा, “बहुत बढ़िया बेटी! बस याद रखना, जिम्मेदारी लेना आसान नहीं होता, पर इसे निभाने से जीवन और भी खूबसूरत बन जाता है.”

उस दिन से रानी ने अपनी जिम्मेदारियों को ईमानदारी से निभाना शुरू किया. वो स्कूल से आते ही अपना बैग रखती, अपनी किताबें ठीक से संभालती, छोटे भाई को खेलने में मदद करती और माँ के काम में हाथ बंटाती. जल्द ही रानी अपने स्कूल में टॉप करने लगी, घर में सब उसकी तारीफ करने लगे और रानी को भी खुद पर गर्व होने लगा.

कुछ महीनों बाद, गुलिया दादी ने रानी को अपने गुलशन में बुलाया. वहाँ सैकड़ों रंग-बिरंगे फूल खिले हुए थे, तितलियां मंडरा रही थीं और हवा में खुशबू भरी हुई थी. रानी खुशी से झूम उठी. उसे समझ आ गया कि उसकी जिम्मेदारियों को अच्छे से निभाने का नतीजा ये खूबसूरत गुलशन है.

रानी की कहानी हमें सिखाती है कि जिम्मेदारी लेना सिर्फ काम पूरा करना नहीं, बल्कि जीवन को खूबसूरत बनाने का एक जरिया है. जब हम छोटी-बड़ी हर जिम्मेदारी को पूरी ईमानदारी और निष्ठा से निभाते हैं, तो हमारे जीवन में भी रंग-बिरंगे फूल खिलते हैं, और सफलता, खुशी और प्यार का गुलशन महकता है.