एक बार की बात है, एक छोटे से गांव में एक छोटे से घर में एक छोटी सी लड़की रहती थी। उसके लिए उसकी जान दो छोटे कुत्ते थे, जिनका नाम टॉमी और टिम्मी था। लड़की का नाम रानी था। रानी और उसके कुत्ते हमेशा खेलते रहते थे। वो खेलते, भागते, और मौज-मस्ती करते रहते थे। एक दिन, रानी और उसके कुत्ते खेलते हुए एक बड़े जंगल में चले गए। जंगल में बहुत सारी अजीब चीजें थीं। रानी को जंगल बहुत पसंद आया। वो जंगल में खेलते हुए बहुत खुश थी।
एक दिन, रानी और उसके कुत्ते एक चमत्कारी पेड़ के पास आए। चमत्कारी पेड़ के पास जाने से पहले रानी ने अपने कुत्तों को कहा, “तुम यहां रुक जाओ। मैं एक बार चमत्कारी पेड़ को देखने जाती हूं।” रानी चमत्कारी पेड़ के पास गई और उसे देखने लगी। चमत्कारी पेड़ बहुत ही खूबसूरत था। उसके पत्तों में बहुत सारे रंग थे। रानी चमत्कारी पेड़ को देखते ही एक जादू में पड़ गई। चमत्कारी पेड़ ने रानी को अपनी शक्ति से जोड़ दिया।
रानी के कुत्ते रानी को ढूंढ रहे थे। उन्होंने रानी को चमत्कारी पेड़ के पास देखा। टॉमी और टिम्मी ने रानी को चमत्कारी पेड़ से बचाने के लिए बहुत कोशिश की। उन्होंने चमत्कारी पेड़ के पत्तों को काटना शुरू कर दिया। चमत्कारी पेड़ के पत्तों को काटने से रानी की जादू की शक्ति कम होने लगी। जब रानी की जादू की शक्ति बहुत कम हो गई, तो रानी के कुत्तों ने उसे चमत्कारी पेड़ से बचा लिया।
रानी को बचाने के बाद, टॉमी और टिम्मी बहुत खुश हुए। उन्होंने रानी को उसके घर पहुँचा दिया। रानी की माँ जब रानी को देखी तो बहुत खुश हुई। उसने रानी को बहुत सारे प्यार दिए। रानी ने अपने कुत्तों को बहुत सावधानी बरतने की सीख दी। रानी को अपने कुत्तों की मदद की वजह से समझ आया कि सच्चे दोस्तों का क्या महत्व होता है।
तो ये थी एक छोटी सी कहानी एक लड़की और उसके दोस्तों के बारे में। मुझे उम्मीद है कि आपको यह पसंद आएगी। क्या आप चाहते हैं कि मैं आपको ऐसी ही कोई और कहानी सुनाऊं?