History of AI in Hindi

AI का इतिहास (History of AI) काफी रोचक और लंबा है। यह 20वीं सदी में शुरू हुआ, जब कंप्यूटर साइंस (Computer Science) और मैथमेटिक्स (Mathematics) के क्षेत्र में कुछ लोगों ने सोचा कि क्या मशीनें भी इंसानों की तरह सोच सकती हैं।

1950 के दशक में, Alan Turing ने एक पेपर लिखा जिसमें उन्होंने सवाल पूछा, “क्या मशीनें सोच सकती हैं?” (Can Machines Think?)। उन्होंने Turing Test का आइडिया दिया, जो यह जांचने के लिए था कि क्या एक मशीन इंसानों की तरह बातचीत कर सकती है। यह AI के इतिहास में एक बड़ा कदम था।

1956 में, Dartmouth Conference में “Artificial Intelligence” शब्द पहली बार इस्तेमाल किया गया। इस कॉन्फ्रेंस में कई वैज्ञानिकों ने मिलकर यह तय किया कि AI एक अलग फील्ड (Field) के रूप में विकसित होगा। इसके बाद, 1960 और 1970 के दशक में AI में काफी प्रोग्रेस हुई। Expert Systems बनाए गए, जो किसी खास क्षेत्र में ज्ञान (Knowledge) का इस्तेमाल करके समस्याओं को हल करते थे।

1980 और 1990 के दशक में, Machine Learning (मशीन लर्निंग) का विकास हुआ। यह AI का एक बड़ा हिस्सा बन गया, जहां मशीनें डेटा (Data) से सीख सकती थीं। 21वीं सदी में, AI ने और तेजी से प्रगति की। Deep Learning, Neural Networks, और Big Data के कारण AI की क्षमताएं बढ़ गईं। आज, AI हमारे दैनिक जीवन का हिस्सा बन चुका है, जैसे कि Virtual Assistants (जैसे Siri, Alexa), Self-Driving Cars, और Recommendation Systems (जैसे Netflix, Amazon)।

AI का इतिहास बताता है कि यह एक धीरे-धीरे विकसित होने वाला फील्ड है, लेकिन अब यह दुनिया को बदल रहा है। भविष्य में, AI और भी एडवांस्ड (Advanced) होगा और हमारे जीवन को और भी आसान बनाएगा।